BREAKING:
क्या आपके प्राइवेट फोटोज हो रहे हैं ऑनलाइन लीक? अब इसे खूद रोकेगा Google, जानिए कैसे       क्या बनने जा रहा 'इस्लामिक नाटो'? सऊदी अरब-पाकिस्तान रक्षा समझौता - भारत के लिए क्या है इसका मतलब?       क्या है मालदीव का नया मीडिया कानून और इसे लेकर पत्रकार और विपक्ष क्यों कर रहे हैं विरोध?       क्या सॉफ्टवेयर हटा सकता है मतदाताओं के नाम, राहुल गांधी के दावों में कितना है दम?       हिंडनबर्ग की रिपोर्ट साबित हुई झूठी, SEBI ने अडानी ग्रुप को दिया क्लीन चिट - 'सभी ट्रांजैक्शन वैध और पारदर्शी'       बिहार में युवाओं को मिलेगा ₹1000 महीना, चुनाव से पहले CM नीतीश को तोहफा, जानिए कौन उठा सकता है लाभ       महंगी गाड़ियां, सेक्स और करोड़ों की कमाई... चीन में बौद्ध भिक्षुओं के घोटाले उजागर       इस एक ड्रायफ्रूट को खाने से पहले खाया तो तेजी से घटेगा वजन! जानिए न्यूरोसाइंटिस्ट क्या बता रहे       'ऑपरेशन सिंदूर में चिथड़े-चिथड़े उड़ा मसूद अज़हर का परिवार', JM कमांडर की कबूलनामा - हम बर्बाद हो गए | VIDEO       करोड़ों का कैश, हीरे और ज्वेलरी... 6 साल की सेवा में काले धन का जाल, असम की ACS नूपुर बोरा गिरफ्तार      

Heatwave 'Nautapa': क्या होता है नौतपा? आज है पहला दिन, गर्मी से और हो सकता है हाल बेहाल

ज्येष्ठ महीने की शुरुआत के साथ ही सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में पहुंचने पर नौतपा की शुरुआत होती है, जो ज्येष्ठ महीने के पहले 9 दिन चलता है.

Heatwave: हीटवेव ने आम जनता का हाल बेहाल कर रखा है. राजस्थान के कई इलाकों में पारा 49 डिग्री को छू चुका है और 50 डिग्री के पार जाने का अनुमान लगाया जा रहा है.ऐसे में शनिवार से नौतपा के दिन शुरू हो गए हैं, जिसमें सूरज और ज्यादा भीषण हो जाता है. अगले 9 दिन यानी 25 मई से 2 जून तक सूरज की तपिश अपने चरम पर होगी और हीटवेव का कहर और ज्यादा देखने को मिलेगा.

क्या होता है 'नौतपा'?

ज्येष्ठ महीने की शुरुआत के साथ ही सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में पहुंचने पर नौतपा की शुरुआत होती है, जो ज्येष्ठ महीने के पहले 9 दिन चलता है. नौतपा के 9 दिन की शुरुआत के साथ ही सूर्य भूमध्य रेखा से कर्क रेखा की तरफ बढ़ने लगता है. इसके चलते सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी कम हो जाती है और सूर्य की किरणें सीधी पृथ्वी पर पड़ने लगती हैं. 

इसे लेकर ये भी कहा जाता है कि इस दौरान चंद्रमा की शीतलता घटती है और सूर्य का ताप बढ़ता है. इसका असर तापमान पर दिखाई देता है और मौसम में हीटवेव का प्रभाव बढ़ जाता है. 'नौतपा' के दौरान चंद्रमा की शीतलता घटती है और सूर्य का ताप बढ़ता है. इसका असर तापमान पर दिखाई देता है और मौसम में हीटवेव का प्रभाव बढ़ जाता है. 


भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, इस बार अप्रैल में सामान्य से 2 डिग्री ज्यादा औसत तापमान रहा है. इसे साल 1901 के बाद सबसे गर्म अप्रैल आंका गया है. मई में हालात और ज्यादा बिगड़े हैं. उत्तर भारत और उत्तर पश्चिमी भारत में खासतौर पर हीटवेव के कारण दोपहर में घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है. IMD ने दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश समेत 7 राज्यों के लिए हीटवेव का रेड अलर्ट जारी कर रखा है.

ये भी देखिए: Cyclone Remal: भीषण चक्रवात से बिहार के इन 12 जिलों को गर्मी से राहत, बारिश के हैं आसार

Tags: