BREAKING:
बिहार बना देश का पहला राज्य जहां मोबाइल से होगी वोटिंग, जानिए कैसे चलेगा डिजिटल लोकतंत्र का नया अध्याय       पाकिस्तानी सेना पर सबसे बड़ा हमला, वज़ीरिस्तान में आत्मघाती विस्फोट में 13 सैनिक ढेर, 29 घायल       इज़रायल-ईरान युद्ध से भारत को क्या सीखना चाहिए? खुफिया जाल और भविष्य की लड़ाइयों की तैयारी       Parag Jain कौन हैं, जिन्हें बनाया गया R&AW का नया चीफ? ऑपरेशन सिंदूर में संभाला था मोर्चा       'मुझे गार्ड रूम में घसीटा, कपड़े फाड़े और वीडियो बनाया', कोलकाता की लॉ स्टूडेंट ने गैंगरेप के बाद सुनाई आपबीती       इंजीनियर से ग्लैमर क्वीन तक! आखिरी कहानी जिसे दुनिया जान न सकी, करोड़ों की संपत्ति छोड़ गईं शेफाली जरीवाला       Aaj Ka Rashifal 28 June 2025: किस्मत का दरवाज़ा खुलेगा या पुराने राज़? जानिए आज का राशिफल       अब सफर होगा और भी सस्ता! NHAI की नई App से जानिए कौन सा रूट सबसे सस्ता       क्या तेज प्रताप याद लड़ेंगे बिहार विधानसभा चुनाव? खुलासा करते हुए बोले - किंगमेकर थे हैं और रहेंगे       ससुर ने किया रेप, पति ने की हत्या, 10 फिट गहरे गड्ढे में बहु को किया दफन, ससुरालवालों की रूह कंपाने वाली साजिश      

क्या तेज प्रताप याद लड़ेंगे बिहार विधानसभा चुनाव? खुलासा करते हुए बोले - किंगमेकर थे हैं और रहेंगे

Bihar Assembly Election 2025: बिहार की राजनीति में लालू परिवार की यह फूट अब महज पारिवारिक विवाद नहीं, बल्कि एक बड़े चुनावी मोड़ में बदल गई है. तेज प्रताप भले ही पार्टी और परिवार से बाहर हों, लेकिन वे खुद को चुनावी मैदान से बाहर नहीं मान रहे. अब देखना होगा कि तेज प्रताप किंगमेकर बनते हैं या खुद राजा बनने की कोशिश करेंगे.

Bihar Assembly Election 2025: बिहार की राजनीति में एक बार फिर भूचाल आ गया है। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. 

इतना ही नहीं पार्टी से बाहर करने के साथ-साथ तेज प्रताप को परिवारिक दायरे से भी बेदखल कर दिया गया है. यह फैसला उस वक्त लिया गया जब तेज प्रताप के व्यक्तिगत रिश्तों से जुड़े विवादों ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया.

रिश्तों की दरार या सियासी चाल?

तेज प्रताप को लेकर लंबे समय से पार्टी में असहजता थी, लेकिन अब जाकर RJD ने उनसे स्पष्ट दूरी बना ली है. पार्टी और परिवार दोनों से बहिष्कार के बाद यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या अब तेज प्रताप अपनी नई पार्टी बनाएंगे?

लेकिन खुद तेज प्रताप ने इस पर विराम लगा दिया है। उन्होंने आजतक से बातचीत में साफ कहा, 'जब मेरी अपनी पार्टी है, तो नई पार्टी बनाने की जरूरत ही क्या है? ये सब अफवाहें हैं.'

'किंगमेकर थे हैं और रहेंगे'

राजनीतिक विश्लेषकों की नजर में तेज प्रताप एक बार फिर अपने किंगमेकर वाले बयान पर टिके हैं. उन्होंने कहा कि जैसे उनके पिता लालू यादव 'किंगमेकर' रहे हैं, वैसे ही वे भी यही भूमिका निभाते रहेंगे.

तेज प्रताप ने यह भी कहा कि अगर तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनते हैं तो वह सरकार का हिस्सा बनेंगे या नहीं. यह अभी कहना जल्दबाज़ी होगा. उन्होंने कहा, 'पहले सरकार बनने दीजिए, फिर बात करेंगे.'

क्या चुनाव लड़ेंगे?

तेज प्रताप फिलहाल समस्तीपुर जिले की हसनपुर सीट से विधायक हैं, लेकिन अगला चुनाव कहां से लड़ेंगे, यह सवाल अभी भी अनुत्तरित है. उन्होंने कहा, 'चुनाव तो लड़ूंगा... लेकिन सीट कहां से होगी, ये बाद में तय किया जाएगा.'

'आर या पार की लड़ाई होगी इस बार'

तेज प्रताप ने माना कि इस बार का चुनाव बेहद कठिन होने वाला है। उन्होंने कहा कि मैदान में दुश्मन पूरी ताकत झोंक चुका है। उन्होंने INDIA गठबंधन और NDA दोनों के जीतने की संभावना जताते हुए कहा, 'इस बार चुनाव आर या पार की लड़ाई होगी, कुछ भी हो सकता है. NDA दोबारा आ सकता है या INDIA भी जीत सकता है। अभी कहना मुश्किल है.'

जहां एक तरफ RJD और यादव परिवार में अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई है, वहीं तेज प्रताप ने खुद को लड़ाई के लिए तैयार बताया है। उन्होंने अपने अंदाज में कहा, 'अभी मेहनत करनी होगी, ग्राउंड लेवल पर उतरना होगा. पब्लिक क्या फैसला करती है, वही असली बात है.'

ये भी देखिए: स्कूल बैग बना जन सुराज पार्टी का चुनाव चिन्ह, जानिए कैसे मिलेगा प्रशांत किशोर को इसका फायदा