'ममता बनर्जी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए', मेसी के कोलकाता इवेंट में हुई गड़बड़ी पर हिमंता शर्मा का फूटा गुस्सा
लियोनेल मेसी के कोलकाता कार्यक्रम में हुई अव्यवस्था को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पश्चिम बंगाल सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने इसे राज्य में कानून-व्यवस्था के पूरी तरह फेल होने और VIP संस्कृति का नतीजा बताया. इस घटना के बाद बंगाल सरकार की जिम्मेदारी और भीड़ प्रबंधन को लेकर सियासी बहस तेज हो गई है.
Himanta Biswa Sarma Attack Mamata Banerjee: फुटबॉल के दिग्गज खिलाड़ी लियोनेल मेसी के कोलकाता दौरे के दौरान मचे हंगामे को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पश्चिम बंगाल सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने इस घटना को राज्य में कानून-व्यवस्था के पूरी तरह से फेल होने का उदाहरण बताया और इसके लिए बंगाल की 'VIP संस्कृति' को जिम्मेदार ठहराया.
'जिम्मेदारी सबसे ऊपर से तय होनी चाहिए'
हिमंत बिस्वा सरमा ने 'GOAT Tour 2025' के तहत मेसी के कोलकाता कार्यक्रम में हुई अव्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस मामले में जवाबदेही सबसे ऊपर से तय होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य के गृह मंत्री, जो खुद मुख्यमंत्री हैं, और कोलकाता के पुलिस कमिश्नर की भूमिका पर गंभीर सवाल उठते हैं.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे इवेंट आयोजक की गिरफ्तारी के पक्ष या विरोध में कोई टिप्पणी नहीं कर रहे हैं, लेकिन असली जिम्मेदारी राज्य के गृह मंत्री और पुलिस कमिश्नर की बनती है.
अन्य राज्यों से तुलना करते हुए बंगाल की व्यवस्था पर सवाल
मुख्यमंत्री सरमा ने पश्चिम बंगाल की भीड़ प्रबंधन व्यवस्था की तुलना अन्य राज्यों से की. उन्होंने कहा कि असम में मशहूर गायक जुबीन गर्ग के निधन के बाद गुवाहाटी की सड़कों पर तीन दिनों तक करीब 10 लाख लोग मौजूद रहे, लेकिन कोई अप्रिय घटना नहीं हुई.
उन्होंने आगे कहा कि गुवाहाटी में पोस्ट मेलोन का कार्यक्रम भी शांति से हुआ, जहां करीब 50 हजार लोग शामिल हुए थे. वहीं मुंबई में महिला विश्व कप फाइनल जैसे बड़े आयोजन भी बिना किसी अव्यवस्था के संपन्न हुए. इसके उलट, उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल ऐसा राज्य बन गया है जहां कुछ भी पहले से अनुमानित नहीं होता और वहां VIP संस्कृति बेहद हावी है.
'ममता बनर्जी को आत्ममंथन करना चाहिए'
हिमंत बिस्वा सरमा ने इस घटना को गंभीर बताते हुए कहा कि लियोनेल मेसी पूरी दुनिया के आदर्श खिलाड़ी हैं और ऐसे कार्यक्रम में अव्यवस्था बेहद चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस पूरे मामले पर आत्ममंथन करना चाहिए.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में आम और निर्दोष लोगों को रोजाना अत्याचार झेलने पड़ते हैं, जो राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े करता है.
VIP मौजूदगी से नाराज़ हुए फैंस, मेसी को ठीक से नहीं देख पाए दर्शक
मेसी का कोलकाता में होने वाला बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम उस वक्त विवादों में आ गया, जब दर्शकों ने आरोप लगाया कि VIP और राजनेताओं की पिच पर मौजूदगी के कारण उन्हें वर्ल्ड कप विजेता खिलाड़ी की ठीक से झलक नहीं मिल पाई, जबकि उन्होंने इसके लिए टिकट खरीदे थे.
स्थिति तब और बिगड़ गई, जब मेसी कार्यक्रम स्थल से तय समय से पहले ही चले गए। इसके बाद स्टेडियम में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया और नारेबाजी होने लगी.
स्टेडियम में तोड़फोड़, पुलिस को करना पड़ा हल्का बल प्रयोग
गुस्साए दर्शकों ने कथित तौर पर पिच पर प्लास्टिक की बोतलें और कुर्सियां फेंकीं, टेंट और एक गोलपोस्ट को नुकसान पहुंचाया. कुछ लोग सुरक्षा घेरा तोड़कर मैदान में घुसने में भी कामयाब हो गए.
हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा और भीड़ को तितर-बितर किया गया.
आयोजक की गिरफ्तारी, विपक्ष ने सरकार को ठहराया जिम्मेदार
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने बाद में बताया कि इस मामले में कार्यक्रम के आयोजक को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, विपक्षी दलों ने इस पूरे घटनाक्रम के लिए तृणमूल कांग्रेस सरकार पर कुप्रबंधन और लापरवाही के आरोप लगाए हैं.
कानून-व्यवस्था और VIP संस्कृति पर फिर छिड़ी बहस
मेसी के कोलकाता कार्यक्रम में हुई इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण और VIP संस्कृति को लेकर एक बार फिर राजनीतिक बहस तेज हो गई है. यह मामला अब सिर्फ एक खेल आयोजन तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था और जवाबदेही पर बड़े सवाल खड़े कर रहा है.
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