केरल में NDA का धमाका और LDF को करारा झटका! 2026 विधानसभा चुनाव से पहले BJP की जीत कितना रखती है मायने?
केरल के स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा-नेतृत्व वाले एनडीए ने बड़ा राजनीतिक उभार दिखाया है. तिरुवनंतपुरम नगर निगम में भाजपा ने सत्तारूढ़ LDF को करारा झटका दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे केरल की राजनीति में एक ऐतिहासिक मोड़ बताया है.
Kerala Local Body Election Results 2025: केरल की राजनीति में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. 2024 लोकसभा चुनाव में त्रिशूर सीट से केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी की जीत के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले एनडीए ने स्थानीय निकाय चुनावों में भी राज्य में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है.
इन चुनावों में सबसे बड़ा झटका सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) को तिरुवनंतपुरम नगर निगम में लगा, जहां भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया.
तिरुवनंतपुरम नगर निगम में BJP का दमदार प्रदर्शन
केरल राज्य निर्वाचन आयोग (SEC) के मुताबिक, 101 वार्डों वाले तिरुवनंतपुरम नगर निगम में भाजपा ने 50 वार्डों पर जीत दर्ज की. वहीं, लंबे समय से सत्ता में रही LDF सिर्फ 29 वार्डों तक सिमट गई. कांग्रेस के नेतृत्व वाला UDF यहां तीसरे स्थान पर रहा और उसे 19 वार्डों से संतोष करना पड़ा.
इसके अलावा, दो निर्दलीय उम्मीदवार भी जीतने में सफल रहे, जबकि एक वार्ड में उम्मीदवार की मृत्यु के कारण मतदान स्थगित कर दिया गया.
त्रिपुनिथुरा और पालक्कड़ में भी BJP की मजबूत मौजूदगी
भाजपा ने त्रिपुनिथुरा (Thrippunithura) नगर पालिका में भी शानदार मुकाबला करते हुए 21 वार्डों में जीत हासिल की. यहां LDF को 20 वार्ड मिले, जबकि UDF एक बार फिर पीछे रह गई और उसे 12 वार्डों से संतोष करना पड़ा.
इसके साथ ही, पालक्कड़ नगर पालिका में भाजपा ने लगातार तीसरी बार सत्ता बरकरार रखी। यहां पार्टी ने 25 वार्डों में जीत दर्ज की, जबकि UDF को 17 वार्ड मिले.
त्रिशूर जिले और ग्राम पंचायतों में भी बढ़त
त्रिशूर जिले में भाजपा का प्रदर्शन और भी मजबूत नजर आया.
कोडुंगल्लूर नगर पालिका में भाजपा ने 18 वार्ड जीते.
त्रिशूर नगर निगम में पार्टी ने 8 वार्डों पर जीत दर्ज की.
इतना ही नहीं, भाजपा और एनडीए गठबंधन ने पूरे केरल में 167 ग्राम पंचायतों में भी जीत हासिल की है.
पूरे केरल में NDA की बड़ी छलांग
केरल राज्य निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, इस बार एनडीए ने पूरे राज्य में कुल 1,919 वार्डों में जीत दर्ज की है. वहीं, 2020 के स्थानीय निकाय चुनावों में यह आंकड़ा 1,597 वार्डों तक सीमित था. इस तरह एनडीए ने इस बार बड़ी छलांग लगाते हुए अपनी राजनीतिक स्थिति को और मजबूत किया है.
2026 विधानसभा चुनाव से पहले बढ़ा NDA का आत्मविश्वास
एनडीए का यह प्रदर्शन 2026 के केरल विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी का मनोबल बढ़ाने वाला माना जा रहा है.
गौरतलब है कि 2021 विधानसभा चुनावों में भाजपा राज्य की 140 सदस्यीय विधानसभा में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी.
उस चुनाव में LDF ने 99 सीटों के साथ सत्ता बरकरार रखी थी, जबकि UDF को 41 सीटें मिली थीं.
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया 'वाटरशेड मोमेंट'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए को मिले जनादेश को केरल की राजनीति में एक वाटरशेड मोमेंट करार दिया.
उन्होंने कहा कि केरल की जनता अब यह मानने लगी है कि राज्य की विकास आकांक्षाओं को केवल भाजपा ही पूरा कर सकती है.
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, 'धन्यवाद तिरुवनंतपुरम! तिरुवनंतपुरम नगर निगम में BJP-NDA को मिला जनादेश केरल की राजनीति में एक ऐतिहासिक मोड़ है.'
उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं की भी जमकर तारीफ की और उन्हें पार्टी की असली ताकत बताया.
'केरल की राजनीति बदल रही है' – प्रकाश जावड़ेकर
भाजपा के केरल प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि ये नतीजे साफ तौर पर केरल की राजनीति में बदलाव का संकेत दे रहे हैं.
उन्होंने भरोसा जताया कि 2026 विधानसभा चुनाव में एनडीए के कई उम्मीदवार जीत दर्ज करेंगे.
जावड़ेकर ने कहा, 'यह दिखाता है कि केरल में एनडीए लगातार बढ़ रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील राज्य के हर कोने तक पहुंच चुकी है.'
कुल मिलाकर, केरल के स्थानीय निकाय चुनावों में एनडीए का यह प्रदर्शन न सिर्फ भाजपा के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाला है, बल्कि राज्य की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत भी माना जा रहा है. अब सभी की नजरें 2026 विधानसभा चुनाव पर टिकी हैं, जहां केरल की सियासत में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है.
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