जले रनवे ही है तुम्हारी जीत... शहबाज शरीफ के झूठे दावों पर भारत का पलटवार, UNGA में पाकिस्तान को जमकर धोया
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में भारत ने पाकिस्तान को आतंकवाद पर घेरते हुए करारा जवाब दिया. पीएम शहबाज शरीफ के झूठे आरोपों पर भारत ने साफ कहा कि पाकिस्तान की विदेश नीति का आधार ही आतंकवाद है. भारतीय राजनयिक पेतल गहलोत ने पाकिस्तान को याद दिलाया कि वही देश है जिसने अल-कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को पनाह दी और आज भी आतंकियों को बचा रहा है.

India reply Pakistan UNGA 2025: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में शनिवार को भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को कड़ी फटकार लगाई. भारत ने पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को बार-बार महिमामंडित करने को 'बेहूदा नाटक' करार दिया. भारतीय राजनयिक पेतल गहलोत ने पाकिस्तान की पोल खोलते हुए कहा कि पाकिस्तान की विदेश नीति का असली आधार आतंकवाद है.
पाकिस्तान की झूठी कहानी और भारत का जवाब
दरअसल, शुक्रवार को यूएनजीए के 80वें सत्र में शहबाज शरीफ ने भारत पर अकारण आक्रमण का आरोप लगाया और 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र किया. उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तानी सेना ने इस हमले को 'शानदार पेशेवर अंदाज और बहादुरी' से नाकाम कर दिया.
इस पर जवाब देते हुए पेतल गहलोत ने पाकिस्तान को बेनकाब किया और कहा कि यही पाकिस्तान है जिसने 25 अप्रैल 2025 को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाक प्रायोजित आतंकी संगठन 'The Resistance Front' को बचाया, जो पहलगाम आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार था.
उन्होंने यह भी याद दिलाया कि पाकिस्तान ने अल-कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को सालों तक अपनी जमीन पर पनाह दी, जबकि दुनिया को यह दिखाता रहा कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का हिस्सा है.
'जीते तो भारत, हारे पाकिस्तान"
शहबाज शरीफ के बयान पर कि हमने जंग जीती है और अब शांति चाहते हैं, गहलोत ने करारा जवाब दिया. उन्होंने कहा कि 10 मई को पाकिस्तान की सेना ने खुद भारत से लड़ाई रोकने की गुहार लगाई थी.
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, 'अगर जली हुई रनवे और खंडहर बने हैंगर पाकिस्तान की जीत हैं, तो हम उन्हें इस जीत की बधाई देते हैं.'
आतंकियों को सौंपे पाकिस्तान
भारत ने साफ कहा कि अगर पाकिस्तान सचमुच शांति चाहता है तो उसे तुरंत सभी आतंकी कैंप बंद करने होंगे और भारत को वांछित आतंकियों को सौंपना होगा.
सिंधु जल संधि और युद्ध की धमकी
शहबाज शरीफ ने अपने भाषण में सिंधु जल संधि का मुद्दा उठाते हुए भारत पर संधि के उल्लंघन का आरोप लगाया और यहां तक कह डाला कि संधि का कोई भी उल्लंघन युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा. गौरतलब है कि पहलगाम हमले के बाद भारत ने यह संधि स्थगित कर दी थी.
तीसरे पक्ष की कोई जगह नहीं: भारत
शहबाज शरीफ ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम लेते हुए दावा किया कि उन्हीं की मध्यस्थता से भारत-पाकिस्तान में युद्ध टला. इस पर भारत ने सख्त रुख अपनाया और दोहराया कि पाकिस्तान से किसी भी मुद्दे का हल सिर्फ द्विपक्षीय बातचीत से होगा, किसी तीसरे पक्ष की इसमें कोई जगह नहीं.
भारत का स्पष्ट संदेश
भारत ने स्पष्ट कहा कि आतंकवाद और उसके संरक्षकों में कोई फर्क नहीं किया जाएगा. न्यूक्लियर ब्लैकमेल के सहारे भी भारत कभी झुकेगा नहीं. पेतल गहलोत ने कहा, 'भारत का संदेश साफ है, आतंकवाद के लिए दुनिया में 'शून्य सहिष्णुता' होनी चाहिए.'
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