'देश बेच रहे यूनुस, चुनाव कराने के वादे झूठे', बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना - मैं लौटूंगी और फिर...
Sheikh Hasina vs Muhammad Yunus: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने यूनुस पर देश बेचने और सत्ता में बने रहने के लिए चुनाव टालने का आरोप लगाया. हसीना ने 2026 तक चुनाव कराने की यूनुस की घोषणा को 'अप्रैल फूल' की साजिश बताया.

Sheikh Hasina vs Muhammad Yunus: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और अवामी लीग नेता शेख हसीना ने अंतरिम सरकार के मुखिया और नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने यूनुस की उस घोषणा को भी झूठा और भ्रामक करार दिया जिसमें उन्होंने देश में 2026 तक चुनाव कराने का वादा किया है. एक ऑडियो मैसेज में हसीना ने कहा कि यूनुस देश को बेच रहे हैं और इससे पैसे कमा रहे हैं.
शेख हसीना का यह कड़ा बयान ऐसे समय आया है जब बांग्लादेश में यूनुस की अंतरिम सरकार पर चुनावों को टालने के आरोप लग रहे हैं. विपक्षी दल लगातार दबाव बना रहे हैं कि 2025 तक आम चुनाव कराए जाएं, जबकि यूनुस का कहना है कि देश में जरूरी सुधारों के बाद ही चुनाव संभव हैं. मगर आलोचक इस दलील को सत्ता में बने रहने की चाल बता रहे हैं.
'यूनुस बना रहे हैं अप्रैल फूल' – शेख हसीना
अपने एक घंटे लंबे ऑडियो मैसेज में शेख हसीना ने अवामी लीग के समर्थकों से कहा, 'यूनुस देश को अप्रैल फूल बना रहे हैं. उन्होंने अप्रैल 2026 तक चुनाव कराने की बात कही है, ये सिर्फ जनता के साथ धोखा है.' उन्होंने आरोप लगाया कि यूनुस सरकार का समर्थन कट्टर इस्लामी संगठन जमात-ए-इस्लामी कर रही है.
हसीना ने यह भी दावा किया कि मैंने देश नहीं बेचा, लेकिन यूनुस बेच रहे हैं और इससे पैसे कमा रहे हैं. इन लोगों में मुझसे लड़ने की हिम्मत नहीं है. पूर्व प्रधानमंत्री ने पूर्व पीएम खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) पर भी हमला बोला और आरोप लगाया कि वे देश को लूटने में लगे हैं, जबकि जमात-ए-इस्लामी सरकारी तंत्र में अपने लोग घुसाने में व्यस्त है.
'मैं लौटूंगी, बांग्लादेश फिर खड़ा होगा'
हसीना ने समर्थकों को वादा किया कि वे बांग्लादेश लौटेंगी और 'स्मार्ट बांग्लादेश 2041' के सपने को साकार करेंगी. उन्होंने कहा, 'मैं वापस आऊंगी. देश फिर खड़ा होगा. हम इन कट्टरपंथियों से बांग्लादेश को मुक्त कराएंगे.'
हसीना ने आरोप लगाया कि यूनुस सरकार अवामी लीग को चुनाव लड़ने से रोक रही है. उन्होंने चुनौती दी कि अगर यूनुस सरकार में हिम्मत है तो उन्हें चुनावी मैदान में उतरने दें. उन्होंने कहा, 'आइए देखें कि जनता किसे चुनती है.'
भारत ने यूनुस की शिकायत को किया नजरअंदाज
हसीना के इस बयान के बाद एक और दिलचस्प जानकारी सामने आई है. मुहम्मद यूनुस ने दावा किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया था कि हसीना को भारत में रहते हुए राजनीतिक बयान देने से रोकें. लेकिन पीएम मोदी ने इस मांग को ठुकरा दिया.
लंदन के चाथम हाउस में यूनुस ने कहा कि उन्होंने BIMSTEC सम्मेलन के दौरान मोदी से मुलाकात कर यह बात कही थी. लेकिन मोदी ने जवाब दिया, 'यह सोशल मीडिया है, इसे कंट्रोल नहीं कर सकते.' यूनुस ने इस पर नाराज़गी जताई और कहा कि यह बांग्लादेश में गुस्से की बड़ी वजह बन रही है. भारत सरकार ने इस आरोप पर अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है.
ये भी देखिए: पाकिस्तान का 'दीवालिया' हाल! जनता बेहाल, लेकिन नेता और जनरल मालामाल! जानिए किसके पास कितनी संपत्ति