स्मार्टफोन बाईपास चार्जिंग क्या है? जानिए कब और क्यों इसका इस्तेमाल करना चाहिए
Smartphone Bypass charging: बाईपास चार्जिंग एक गेमर-फर्स्ट स्मार्टफोन फीचर है जो बैटरी की सेहत को बढ़ाने में मदद कर सकता है. सैमसंग , गूगल , आसुस , iQOO, इनफिनिक्स और सोनी के चुनिंदा मॉडल बाईपास चार्जिंग की सुविधा देते हैं.

Smartphone Bypass charging: Google ने लेटेस्ट दिसंबर 2024 पिक्सेल ड्रॉप सॉफ्टवेयर अपडेट के साथ अपने पिक्सेल सीरीज के स्मार्टफोन के लिए एक नई चार्जिंग तकनीक बाईपास चार्जिंग का ऑप्शन दिया है. ये खासकर गेमिंग स्मार्टफोन को देखते हुए बनाया है. यह एक हाई-क्वालिटी लेटेस्ट फीचर है.
मोबाइल को अमूमन जब आप चार्ज में लगाते हैं और इसका यूज कर रहे होते हैं, तो बैकअप बैटरी से ही मिलता है. ऐसे में मोबाइल हिट होने की समस्या सामने आती है. लेकिन जब स्मार्टफोन बाईपास चार्जिंग को चालू किया जाता है तो यह स्मार्टफोन को बैटरी से बिजली लेने के बजाय सीधे पावर एडॉप्टर से बिजली सप्लाई करता है, जो दो काम करता है. एक तो यह बैटरी को गर्म होने से रोकता है, खासकर सुपर-फास्ट चार्जिंग वाले हाई-एंड स्मार्टफोन में और दुसरा यह लंबे समय तक गेमिंग सेशन के दौरान फोन को ठंडा रखने में भी मदद करता है.
बाईपास चार्जिंग से मोबाइल हीटिंग से मिलता है छूटाकारा
अक्सर जब आप स्मार्टफोन को चार्ज करते समय इस्तेमाल करते हैं तो सबसे पहले बिजली बैटरी में जाती है और फिर इसे प्रोसेसर और डिस्प्ले की ओर सप्लाई होती है. बाईपास चार्जिंग मोड में यह लैपटॉप के बजाय डेस्कटॉप पीसी का उपयोग करने जैसा है, जहां आवश्यक बिजली सीधे एडाप्टर से ली जाती है. सैमसंग , गूगल , आसुस , iQOO, इनफिनिक्स और सोनी के चुनिंदा मॉडल बाईपास चार्जिंग की सुविधा देते हैं.
ब्रांड के आधार पर बाईपास चार्जिंग के काम करने का तरीका अलग-अलग होता है. पिक्सेल स्मार्टफोन पर डिवाइस के 80 प्रतिशत तक चार्ज होने के बाद ही बाईपास चार्जिंग को सक्षम किया जा सकता है, जबकि सैमसंग गैलेक्सी एस24 अल्ट्रा (रिव्यू) पर ऐसी कोई पाबंदी नहीं है, लेकिन इसे केवल वीडियो गेम खेलते समय ही इनेबल किया जा सकता है. iQOO 13 (रिव्यू) पर इसी फीचर को डायरेक्ट ड्राइव पावर सप्लाई कहा जाता है, जिसे केवल वीडियो गेम खेलते समय ही सक्रिय किया जा सकता है.
बाईपास चार्जिंग का उपयोग कब करना चाहिए?
स्मार्टफोन पर लगातार गेम खेलने से बहुत गर्मी पैदा होती है. इसका कारण ज़्यादातर स्मार्टफोन में एक्टिव कूलिंग सॉल्यूशन नहीं होता है. चार्ज करने से भी फोन गर्म हो जाता है. इसलिए चार्ज करते समय गेम खेलने से बहुत ज़्यादा गर्मी होने का खतरा होता है जो प्रदर्शन पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है.
प्रदर्शन में कमी आने की संभावना बहुत ज़्यादा है, कम से कम तब तक जब तक डिवाइस ठंडा न हो जाए, और ऐसा तब तक नहीं होगा जब तक आप गेमप्ले बंद न कर दें.
बाईपास चार्जिंग उन लोगों के लिए उपयोगी होगी जो अपने स्मार्टफोन पर घंटों वीडियो गेम खेलते हैं. ऐसे में यह न केवल हीटिंग को कम कर सकता है बल्कि परफॉर्मेंस को भी बनाए रखने में भी मदद करता है.
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